चण्डीगढ़  
15 अप्रैल 2019
दिव्या आज़ाद
बेटों को भी बेटियों जैसी शिक्षा देने के लिए एरियल ने घरेलू असमानता को लेकर अपने अभियान सन्स शेयरदलोड से एक उचित सवाल को उठाया है। एरियल का मानना है कि मौजूदा घरेलू असमानता के प्रमुख कारकों में से एक यह है कि आज के बेटे घर का बोझ साझा करने के लिए सुसज्जित नहीं हैं। वल्र्ड लॉन्ड्री डे के अवसर पर एरियल ने चंडीगढ़ में मां-बेटों के एक अद्वितीय फैशन शो की मेजबानी की, ताकि बेटों को घरेलू कार्य सिखाने के बारे में सोचा जा सके। एरियल ने एक नई संकल्पना प्रस्तुत की, जिसके तहत उन्होंने भारत के बेटों से संडेज को सन-डेज में बदलने की अपील की! संडे का दिन अक्सर परिवार के आराम का दिन होता है, लेकिन अक्सर मां को उस दिन हफ्ते भर के अधूरे काम निबटाने के लिए दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है। बेटे अपनी माताओं का बोझ हल्का करने का काम अपने हाथ में ले सकते हैं, साथ ही वे घरेलू कार्यों में समान रूप से हाथ बंटाने का संकल्प भी कर सकते हैं। इसे संभव बनाने के लिए एरियल ब्रांड अगले 1 महीने तक ऐसे अनूठे ट्यूटोरियल, कार्य और चुनौतियां लेकर हाजिर होगा, जहां हर संडे के दिन बेटों को 1 नया काम सिखाया जाएगा।
इस अवसर पर ‘गली बॉयÓ फेम और बेहद लोकप्रिय सिद्धांत चतुर्वेदी उर्फ एमसी शेर और उनकी मां – मीनल चतुर्वेदी ने सन-डे की जम कर तारीफ की और बेटों को शेयरदलोड सिखाने की आवश्यकता पर जोर दिया, ताकि वे अपने जीवनसाथी के बराबर का भागीदार बन कर खड़े हो सकें। सिद्धांत ने शेयरदलोड रैप गीत का विमोचन भी किया, जो न केवल आपको यह बताता है कि बोझ साझा करने की बात सीखना क्यों महत्वपूर्ण है, बल्कि लॉन्ड्री का काम भी सिखाता है – वह भी एक आसान से मजेदार गीत के जरिए। अब जवान लड़कों के पास बोझ को साझा न करने का कोई बहाना नहीं रहेगा।
पीएंडजी इंडिया और फैब्रिक केयर की विपणन निदेशक सोनाली धवन ने कहा, ‘शेयर द लोड हैशटैग अभियान ने हमेशा ऐसे सवाल उठा कर घर के भीतर की असमानता को दूर करने की कोशिश की है, जो दर्शकों को सोचने, आत्मनिरीक्षण करने और इस दिशा में कार्य करने के लिए प्रवृत्त करते हैं। सन-डे के माध्यम से हम उस युवा पीढ़ी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं, जिसका अगर संतुलित तरीके से लालन-पालन किया गया, तो बड़े होकर वे एकसमान पीढ़ी बन कर उभरेंगे- यह जिम्मेदारी हमारी पीढ़ी के माता-पिताओं पर है। हम युवा पीढ़ी को जिम्मेदारियां उठाने में सक्षम बनाना चाहते हैं और यह काम हम इस तरीके से करना चाहते हैं, जो उनके लिए दिलचस्प और आकर्षक हो। लॉन्ड्री सिखाने वाला रैप गीत तो महज एक शुरुआत है, आने वाले हफ्तों में हमारे पास इस तरह के कई और दिलचस्प तरीके हैं। यदि संडे को सन-डे में बदलने का आसान-सा विचार कुछ बदलाव ला सकता है, तो एरियल इस बदलाव का चेहरा बना रहेगा। क्योंकि एरियल से लॉन्ड्री का काम इतना आसान हो जाता है कि किसी के लिए बोझ साझा न करने का कोई कारण ही नहीं बचता!

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