Photo By Vinay Kumar

चंडीगढ़
29 मार्च 2017
दिव्या आज़ाद

पंजाब के हर बड़े गायक के लिए लिखा है। 1994 के दौर में जब पंजाबी इंडस्ट्री में इतने गायक नहीं थे, उसी दौरान से मैंने कलम उठाई है। मिका सिंह, केके, प्रीत हरपाल, गुरू रंधावा, रुपिंदर हांडा ऐसे ही कलाकार हैं, जिनके लिए लिखा। इस बीच कोशिश करता रहा कि मेरी आवाज भी लोगों तक पहुंचे। क्योंकि देश में लिखने वाले को तो इतनी जल्दी पहचान मिलती नहीं है। ऐसे में मैंने एक गायक के तौर पर खुद को उतराने की कोशिश की। काफी कोशिशों के बाद आखिरकार मुझे मौका मिला गायक के तौर पर खुद को लोगों के सामने लाने का। गायक और लेखक मुख्तियार सिंह कुछ इन्हीं शब्दों में अपने पहले गीत ठां ठां पर बात करते हैं। वह बुधवार को प्रेस क्लब में अपने गीत पर बात करने पहुंचे। मुख्तयार ने कहा कि वह पटियाला से हैं और 16 साल की उम्र में दिल्ली चले गए थे। लिखने का शौक था, इसलिए दिल्ली में ही मौजूद पंजाबी गायकों के लिए लिखने लगे। देखते देखते गाने हिट हुए और उनको पहचान मिलने लगी। चन्ना मेरेया पहला गीत था जो हिट हुआ। इसके बाद मिका, केके जैसे बड़े गायकों के साथ भी जुड़ा। लिखने के साथ साथ शो ऑर्गनाइज करने का काम भी किया। टी सीरिज के साथ मेरे पुराना रिश्ता रहा। उनके साथ कई प्रोजेक्ट का अरेंजर भी रहा। एक लेखक के तौर पर इंडस्ट्री में अपने लिए जगह बनाने के लिए मैंने कई कार्य किए। इसमें गाने लिखने से लेकर शो ऑर्गनाइज करने तक कई कार्य शामिल हैं।

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गायक बहुत हैं लेकिन रहेगा वही जिसकी आवाज में दम होगा
पंजाबी म्यूजिक इंडस्ट्री में इन दिनों अनेकों गायक आ रहे हैं, ऐसे में खुद को आप कहां देखते हैं? पर मुख्तयार ने कहा कि हां, पहले के मुकाबले आज पंजाबी चैनल भी काफी आ गए हैं। ऐसे में गायकों को प्लेटफॉर्म जल्दी मिलता है। लेकिन फिर भी हर साल नए गायक आते हैं, टिकता वही है जिसकी आवाज में दम हो। इसलिए मैं रियाज को जरूरी मानता हूं। आपकी आवाज अच्छी है, लेकिन इसको निखारोगे नहीं तो यह किसी काम की नहीं। 23 साल तक मैंने खुद को निखारा ही है, तब कही जाकर गायिकी में उतरा हूं।
गाने में अच्छा संदेश हो यही मकसद है
ठां ठां जैसे शब्द क्या समाज में कोई अच्छा संदेश देते हैं? पर मुख्तयार ने कहा की गाने में ठां ठां को सिर्फ आखों से जोड़ा गया है। जैसे किसी की आखें बहुत खूबसूरत होती है, देखते ही दिलों में बस जाती हैं। ऐसे में ठां ठां को इसी से जोड़ा गया है। मैं कभी हिंसक चीजों को अपने गानों में नहीं दर्शाता। यहां ठां ठां केवल भाव को दर्शाने के लिए लिया गया है।

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