संगरूर /चंडीगढ़
22 जून 2021
दिव्या आज़ाद
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के नौजवान विंग की ओर से आज संगरूर में ईटीटी टैट पास और कच्चे अध्यापकों के समर्थन में पंजाब के शिक्षा मंत्री विजय इंद्र सिंगला के गृह स्थान का घेराव कर रोष धरना लगाया गया। इस धरने का नेतृत्व ‘आप’ के विधायक और प्रदेश प्रधान (नौजवान विंग) गुरमीत सिंह मीत हेयर ने की, जबकि विधायिका प्रो. बलजिन्दर कौर, जिला यूथ विंग प्रधान नरिन्दर कौर भराज, प्रसिद्ध गायक और ‘आप’ नेता बलकार सिद्धू और डा. बलबीर सिंह आदि विशेष तौर पर धरने में शामिल हुए।
इस समय संबोधन करते विधायक मीत हेयर ने कहा कि पंजाब के लाखों नौजवान नौकरियां लेने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, क्योंकि 2017 के चुनाव दौरान कैप्टन अमरिन्दर सिंह और कांग्रेस पार्टी ने घर घर रोजगार देने का वायदा किया था, परन्तु साढ़े चार सालों का समय कैप्टन सरकार का बीत जाने के बाद भी पंजाब के पढ़े लिखे लाखों नौजवान, ईटीटी टैट पास बेरोज़गार अध्यापक सरकारी नौकरी लेने के लिए सडक़ों पर बैठे हैं, वहीं 15 सालों से कच्चे अध्यापकों के तौर पर नौकरियां करते हजारों अध्यापक अपनी नौकरी रेगुलर करवाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।
मीत हेयर ने कहा कि शिक्षा प्रोवाइडर, एआईई, ईजीएस, एसटीआर आदि कच्चे अध्यापकों ने अपनी जिंदगी का कीमती समय सरकारी स्कूलों को दिया और केवल 5 हजार से 10 हजार तक वेतन पर काम किया। पहले शिरोमणि अकाली दल की सरकार के कार्यकाल के दौरान इन अध्यापकों को सिर्फ बहाने ही मिले हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव से पहले कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने मोहाली के धरने में आ कर वायदा किया था कि कांग्रेस पार्टी की सरकार आने पर वह पहली ही कैबिनेट मीटिंग में अध्यापकों की सेवाएं रेगुलर करेंगे क्योंकि इन अध्यापकों के वेतन उनके अपने माली के वेतन से बहुत ही कम है। मीत हेयर ने कहा कि आज कैप्टन अमरिन्दर सिंह को सरकारी नौकरियां लेने के लिए पटियाला शहर में तीन महीनों से टावर पर चढ़े नौजवान क्यों दिखाई नहीं देते। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने मंत्रियों और विधायकों के बेटों को नौकरी देकर पंजाब के नौजवानों के साथ धोखा किया है।
प्रो. बलजिन्दर कौर ने संबोधन करते कहा कि कैप्टन सरकार ने चुनाव में किए वायदों से पलट कर अध्यापकों पर अत्याचार ही किए हैं। कांग्रेस सरकार ने न तो कच्चे मुलाज़िमों को पक्का किया और न बेरोज़गार नौजवानों को नौकरियां दी। उन्होंने पंजाब सरकार से मांग की है कि सालों से अपनी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहे अध्यापकों को पक्की नौकरी दी जाए। प्रो. बलजिन्दर कौर ने आगे कहा कि 2022 के चुनाव में पंजाब के बेरोज़गार नौजवान और कच्ची नौकरियां करते अध्यापकों समेत समूह पंजाबी कैप्टन अमरिन्दर सिंह से वायदों से पलटने का हिसाब जरूर लेंगे और सत्ता से बाहर करके क़रारा जवाब देंगे।
इस समय दविन्दर सिंह बदेशा, गुनिदरजीत सिंह जवंधा, गुरदीप बाठ, चेतन जौड़ामाजरा, जसवीर कुदनी, कुलजिन्दर ढींडसा, मेघराज पटियाला, राजवंत घुल्ली, जतिन्दर भल्ला, लालजीत सिंह भुल्लर, जमील उल रहमान, जेपी सिंह, कुंदन गोगिया, अवतार तारी, राजिन्दर गोगी आदि उपस्थित थे।