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केंद्रीय सरकार सरकारी खजाने से देश की जनता को आर्थिक सहायता प्रदान करे – विवेक हंस गरचा

चंडीगढ़

27 मार्च 2020

दिव्या आज़ाद

न्यू कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) युवा प्रकोष्ठ के केंद्रीय अध्यक्ष विवेक हंस गरचा ने आज मोदी सरकार से जनहित के लिए आर्थिक सहायता की मांग की विवेक हंस गरचा ने कहा कि मोदी जी आपका 15 लाख का वादा लोकसभा चुनाव का जुमला साबित हुआ था अब वक़्त है उस जुमले को सच में बदलने का आपके शासन काल में शुरू से देश की जनता अपना काम धंधा छोड़कर लाइनों में लगी रही कभी आधार कार्ड की लाइन, फिर नोटबंदी की लाइन, फिर आधार कार्ड बैंक एकाउंट से लिंक करवाने की लाइन ऐसी परिस्थिति में देश की आर्थिक स्थिति पहले से 10 गुणा तक ख़राब हुई है लोगों ने एकाउंट तो खुलवाए लेकिन किसी के भी खाते में 15 लाख नहीं आये जिन लोगों के पास थोड़े बहुत पैसे थे उनके पैसे नीरव मोदी व विजय माल्या जैसे पैक करवाके विदेश निकल गये जो की सरकार को पता होने के बावजूद की वे कहां हैं फिर भी गिरफ्त से बाहर हैं आज की स्थिति में एक पढ़ा – लिखा गरीब नौजवान कटोरा लेकर भीख भी नहीं मांग सकता क्योंकि जिन्होंने पकौड़े तलने की सोची उनकी रेहड़ी सिटी ब्यूटीफुल से भाजपा नेताओं ने इस्टेट ऑफिस वालों को बोल कर हटवा दी उनके साथ – साथ बाकी गरीब लोगों को भी शहर से बाहर 2-2 फुट जगह देकर भेज दिया अब जब सारे पढ़े – लिखें नौजवान एक जगह पकौड़े बेचने लगे तो खाएगा कौन ?

विवेक हंस गरचा ने बताया की वे कुछ पकौड़े बेचने वाले नौजवानों से मिले उन्होंने बताया की भाजपा युवा मोर्चा के कुछ नेता पकौड़े खाकर पैसे नहीं देते वैसे भी चंडीगढ़ प्रदेश में भाजपा नेताओं की हालत कुछ ऐसी है वह भाजपा नेता माता रानी के जागरण में भी अगर मुख्यअथिति के रूप में जाऐं तो 100 रूपये का भी बहुत सोच समझ कर माथा टेकते हैं  लॉक डाउन जैसी परिस्थिति में कर्फू जैसे हालत में अगर कोई बाहर निकला तो कोरोना बीमारी मारेगी, सड़क पर गया तो पुलिस मारेगी या फिर पुलिस उठा कर परचा कर देगी, खाली हाथ घर गया तो बीवी मारेगी ऐसे में नौजवानों के आर्थिक हालत ख़राब हो गये हैं ! नौजवानो की नौकरीयां जा रही हैं, दिहाड़ी मजदूर रोज़ मर्रा का खर्चा कहां से लाएंगे बैंक वालों की (ई.एम.आई) किस्तें कहां से अदा करेंगे लॉक डाउन समाप्त होते ही कलेक्शन एजेंसी वाले नौजवानों को तंग करेंगे ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए मोदी जी आप केंद्रीय वित्त मंत्री जी को दिशा निर्देश जारी कर लॉक डाउन तक बैंक लोन से लगने वाले ई.सी.एस / क्रेडिट कार्ड पेमेंट्स व इंटरेस्ट राशि स्टॉप करवाइये या उसकी बनती राशि सरकारी खजाने से अदा करवाइये या फिर लॉक डाउन जैसे हालातों से निपटने के लिए सभी देश वासियों  के खातों में 1-1 लाख रूपये जमा करवाइये क्योंकि अप्रैल 2020 की स्कूल /कॉलेज एड्मिशन भी शुरू हो जाएगी पेरेंट्स खर्चा कहां से करेंगे पूरा देश तो बंद है अगर सरकार ने मदद न की तो लॉक डाउन खुलने पर देश के नागरिक मानसिक रूप से परेशान हो जाएंगे वह घर चलाने के लिए, किस्तें देने के लिए, बच्चों की एड्मिशन करवाने के लिए पैसे कहां से लाएंगे !
विवेक हंस गरचा ने कहा कि जब देश का राजा प्रजा से मदद मांगे तो यह समझ जाना देश बहुत बड़े संकट में है ऐसी परिस्थिति में प्रजा का अपने राजा को सहयोग करना बनता है और पूरा देश आज आपके साथ खड़ा भी है / लेकिन यदि देश व देश के प्रतेक नागरिक की आर्थिक स्थिति पहले से ख़राब हो और ऐसी (लॉक डाउन) वाली आपातकालीन स्थिति में जब देश की सारी जनता व जनहित के लिए अन्य सभी राजनितिक, धार्मिक, सामाजिक दल सरकार का जनहित के लिए साथ दे रहे हैं तो राजा का भी ये फ़र्ज बनता है कि वे सभी को आर्थिक सहायता प्रदान करे !
वैसे भी हमारे देश में लोकतंत्र है सरकारी खजाने में पड़ा पैसा जनता का ही है जो सरकार कर के रूप में वसूलती है अगर आप आज मदद करेंगे तो देश की जनता आपकी ऋणी व आभारी रहेगी !
विवेक हंस गरचा ने चंडीगढ़ वासियों व कांग्रेस के चले हुए कारतूस नेता से अपील की कि वह इन दिनों स्थानीय सांसद को सत्ता हासिल करने के लिए न ढूंढे क्योंकि गैर – ज़िम्मेदार लोग मतलबी किसम के होते हैं वह मुसीबत के समय अपने राज्य की प्रजा को छोड़कर भाग जाते हैं !
न्यू कांग्रेस पार्टी (युवा प्रकोष्ठ) के केंद्रीय अध्यक्ष व (चेयरमैन) सोशल वेलफेयर आर्गेनाइजेशन (एन. के. एस.डी) विवेक हंस गरचा ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ऐसी दुख की घड़ी में जब पूरा देश उनके साथ खड़ा है देश की जनता को आर्थिक सहायता वे दैनिक सुविधाएं प्रदान नहीं कर सकते तो वे नैतिकता के आधार पर इस्तीफा दें व चंडीगढ़ प्रदेश की स्थानीय सांसद किरण खैर ऐसी नाजुक स्थिति प्रदेश की जनता को राम भरोसे छोड़कर गई है जब शहर को उनकी जरूर थी वे भी नैतिकता के आधार पर इस्तीफा देकर अपनी बनावटी फ़िल्मी दुनिया में वापिस लौट जाये क्योंकि नौटंकी करने वाले व चले हुए कारतूस नेताओं की थकी हुई सोच की शहर की जनता को जरूरत नहीं !