चंडीगढ़
10 अगस्त 2017
दिव्या आज़ाद
चंडीगढ़ के नामी रीएलेटर महेश चुघ को पहले उसी के घर से चोरी हुए चेक से ब्लैकमेल किया गया और फिर धमकियां दी गईं, जब पुलिस से शिकायत की तो वहां भी ठोकरें खाने को मिलीं। एक झूठी शिकायत में लगे आरोप से पंजाब पुलिस ने तो क्लीन चिट दे दी, लेकिन चंडीगढ़ पुलिस से इंसाफ पाने के लिए चुघ को आखिर अब केंद्रीय गृह मंत्री और यूटी के प्रशासक को शिकायत देनी पड़ी। उन्होंने आरोपियों के खिलाफ चेक चोरी करने, धमकियां देने और 4लैकमेल करने की कार्रवाई करने की मांग की है।
दरअसल से1टर-२८ निवासी महेश चुघ एवं उनकी पत्नी रजनी चुघ से1टर-२२ स्थित चावला चिकन के मालिक स्वर्ण सिंह भाटिया व उसकी पत्नी हरप्रीत कौर उर्फ मोना के अलावा गुरपाल सिंह पन्नू की ओर से रची साजिश का शिकार हुए हैं। महेश चुघ कनाडा में थे और सितंबर २०१६ के पहले ह3ते रजनी चुघ को मोबाइल नंबर-९७८०७२६२५६ से काल आई कि वह मंडी गोबिंदगढ़ से पन्नू सिंह बोल रहा है और उसने उनके जानकार स्वर्ण सिंह से करीब ४५ लाख रुपए लेने हैं, लेकिन स्वर्ण सिंह और उसकी पत्नी हरप्रीत फोन नहीं उठा रहे। उसने फोन पर रजनी से धमकी भरे लहजे में यह भी कहा कि यह पैसे स्वर्ण सिंह को उनके पति महेश चुघ ने दिलवाए थे और वह पैसे लेना जानता है। इधर चुघ कनाडा से आ गए थे और उन्होंने १० सितंबर को ९७८०७२६२५६ पर काल किया और रजनी को धमकी देने की वजह पूछी तो आगे से जवाब आया कि वह गुरपाल सिंह पन्नू बोल रहा है और स्वर्ण सिंह ने उसे रजनी चुघ के चेक देकर कहा है कि वह २५ लाख रुपए निकलवा ले। इस पर महेश ने कहा कि वह न तो स्वर्ण सिंह को जानता है और न ही रजनी ने कोई चेक स्वर्ण सिंह को दिया। इन तथ्यों की जांच को लेकर महेश चुघ ने चंडीगढ़ पुलिस को १३ अ1तूबर को शिकायत की और शिकायत जांच के लिए से1टर-२६ थाने के एएसआई ओम प्रकाश के पास आ गई, लेकिन कोई कारवाई नहीं हुई और उधर चुघ को मंडी गोबिंदगढ़ थाने से फोन आया कि गुरपाल सिंह ने उसके और रजनी चुघ के खिलाफ शिकायत की है कि वह उसके पैसे नहीं दे रहे, लिहाजा पति पत्नी २९ सितंबर को थाने पहुंचें। महेश चुघ ने बताया कि वह एसएसपी फतेहगढ़ साहिब के पास पेश हुए और बताया कि उन्होंने किसी को कोई चेक नहीं दिया और शिकायत झूठी है और एसएसपी ने शिकायत अपराध शाखा सरहिंद को भेज दी, लेकिन संतुष्टि न होने के कारण चुघ ने २१ अ1तूबर को डीजीपी पंजाब को शिकायत दी और 4यूरो आफ इनवेस्टिगेशन की आईपीएस अधिकारी विभु राज ने जांच करके पाया कि मामला चंडीगढ़ का है और पंजाब पुलिस का कोई लेन देन नहीं है। चुघ ने इस पर चंडीगढ़ पुलिस को शिकायत दी और मामले में कार्रवाई करने की मांग की। उन्हें एसएचओ से1टर-२६ पुलिस स्टेशन ने बुलाया। रजनी के 4यान लिए गए। रजनी ने पुलिस को बताया कि दरअसल स्वर्ण सिंह की पत्नी हरप्रीत कौर उर्फ मोना उसकी किटी पार्टी की सहेली रही है और उसका घर पर आना जाना था। शक जताया कि चेक उसी ने चोरी किए और स्वर्ण सिंह भाटिया ने गुरपाल सिंह पन्नू से मिलकर उनके खिलाफ (महेश चुघ और रजनी चुघ) के खिलाफ पैसे ऐंठने की साजिश रची, जिसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि गुरपाल सिंह पन्नू की ओर से मंडी गोबिंदगढ़ में दी शिकायत में स्वर्ण सिंह झूठा गवाह बना कि महेश चुघ ने पन्नू को चेक दिया। महेश चुघ ने बताया कि चंडीगढ़ पुलिस गुरपाल पन्नू, स्वर्ण सिंह भाटिया एवं हरप्रीत कौर उर्फ मोना के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाए उन्हें व उनकी पत्नी रजनी चुघ को परेशान कर रही है। थाने बुलाया जाता है, लेकिन 4यान नहीं लिए जाते, उधर पन्नू को बुलाकर तुरंत भेज दिया जाता है। चुघ के मुताबिक इसी बीच उन्हें यह भी पता चला कि पुलिस के पास अब तक पेश होता रहा व्य1ित गुरपाल सिंह पन्नू है ही नहीं, 1योंकि फोन पर रिकार्ड पन्नू की आवाज और से1टर-२६ थाने में पन्नू बन कर पेश होने वाले व्य1ित की आवाजें भिन्न हैं। महेश चुघ ने इसकी जांच को लेकर भी पंजाब पुलिस को एक अन्य शिकायत दी है। चंडीगढ़ पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं किए जाने से हताश महेश चुघ ने अब गृह मंत्री और चंडीगढ़ के प्रशासक को शिकायत देकर कार्रवाई किए जाने की मांग की है।