चण्डीगढ़
7 दिसम्बर 2017
दिव्या आज़ाद
सेक्टर 26 स्थित ग्रेन मार्किट सब्जी मंडी एरिया जितना शहर के सबसे समृद्ध इलाकों में अव्वल है उतना ही साफ सफाई के मामले में यह फिसड्डी और पिछड़ा हुआ है। यहां भाजपा शासित मार्किट कमेटी के कार्यालय के ठीक बगल में व पीछे के क्षेत्र में सफाई के मामले में नारकीय दृश्य प्रस्तुत हो रहे हैं। यहां एक धार्मिक स्थल भी है जिसकी दीवार के साथ चलता फिरता शौचालय रखा हुआ है पंरतु यह सिर्फ दिखावे के लिए साबित हो रहा है क्योंकि यहां तक पहुंचना असंभव है, क्योंकि शौच व लघुशंका के लिए वहां तक पहुंचा ही नहीं जा सकता है। इसलिए लोग खुले में ही लघुशंका व शौच करते हैं।
धीरे धीरे यहां इतना पेशाब एकत्र हो जाता है कि ऐसा लगता है कि यहां अभी-अभी बरसात होकर हटी हो। यहां स्थित धार्मिक स्थल की दीवार के साथ भी लोग-बाग लघुशंका करने से गुरेज नहीं करते, जिसका नतीजा यह है कि यह सारा गंदा पानी कुछ ही देर स्थित पीपल के वृक्ष के नीचे पहुंच रहा है। इसके अलावा मारे दुर्गन्ध के यहां खड़ा होना भी बेहद कठिन है परन्तु मजबूरी में लोग यहां पेट पालने के लिए डटे हुए हैं। धार्मिक स्थल की दीवार के साथ व पीपल की जड़ों तक पेशाब पहुंचने के कारण धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों की भावनाएं बेहद आहत हो रही हैं। परंतु अधिकारीगण व नेतागण आंखे मूंदे बैठे हैं।
रोचक बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान छेडक़र देश को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती यानी 2 अक्तूबर 2019 तक खुले में शौचादि से मुक्त करने का संकल्प लिया हुआ है पंरतु किसी समय भारत का पेरिस के नाम से मशहूर चंडीगढ़ में ही इस अभियान की सफलता पर प्रश्न चिह्न खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोग इससे बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं व बार बार शिकायत करने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
धीरे धीरे यहां इतना पेशाब एकत्र हो जाता है कि ऐसा लगता है कि यहां अभी-अभी बरसात होकर हटी हो। यहां स्थित धार्मिक स्थल की दीवार के साथ भी लोग-बाग लघुशंका करने से गुरेज नहीं करते, जिसका नतीजा यह है कि यह सारा गंदा पानी कुछ ही देर स्थित पीपल के वृक्ष के नीचे पहुंच रहा है। इसके अलावा मारे दुर्गन्ध के यहां खड़ा होना भी बेहद कठिन है परन्तु मजबूरी में लोग यहां पेट पालने के लिए डटे हुए हैं। धार्मिक स्थल की दीवार के साथ व पीपल की जड़ों तक पेशाब पहुंचने के कारण धार्मिक प्रवृत्ति के लोगों की भावनाएं बेहद आहत हो रही हैं। परंतु अधिकारीगण व नेतागण आंखे मूंदे बैठे हैं।
रोचक बात यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत अभियान छेडक़र देश को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की १५०वीं जयंती यानी 2 अक्तूबर 2019 तक खुले में शौचादि से मुक्त करने का संकल्प लिया हुआ है पंरतु किसी समय भारत का पेरिस के नाम से मशहूर चंडीगढ़ में ही इस अभियान की सफलता पर प्रश्न चिह्न खड़े हो रहे हैं। स्थानीय लोग इससे बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं व बार बार शिकायत करने के बाद भी उनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
(सिलसिलेवार खींची गई तस्वीरों को देख कर साफ़ पता चलता है की मूत्र के नाले का रूट धार्मिक स्थल
की चारदीवारी को छूता हुआ सीधे पीपल की जड़ों तक जा रहा है)