कमियां हमेशा खुद में ढूंढो,
औरों में सदा ढूंढो अच्छाई ।
झांक कर अपने मन में देखो,
खुद जान जाओगे सच्चाई ।
काम करने से हमेशा नाम होता है,
दोष निकालने से नुकसान होता है।
चेहरे से किसी के कब पता चलता है,
अच्छा व्यव्हार ही पहचान बनता है ।
तन की बनावट हर एक की अलग होती है,
बनावट पतली, तो किसी की मोटी होती है।
सुंदरता किसीके तन से नहीं मन से होती है,
बुराई बस देखने वालों की नज़र में होती है।
बृज किशोर भाटिया,चंडीगढ़