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फेक न्यूज़ के चक्कर में पत्रकार भूल रहे हैं अपनी साख

चंडीगढ़
6 मई 2019
दिव्या आज़ाद
नारद मुनि जयंती के अवसर पर विश्व संवाद समिति चंडीगढ़ द्वारा फेक न्यूज़, फेक नैरेटिव के दौर में लोकतंत्र प्रहरी मीडिया की साख विषय पर चंडीगढ़ प्रेस क्लब में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया।
इस मौके पर दिल्ली दूरदर्शन के मुख्य एंकर एवं संपादक अशोक श्रीवास्तव, चंडीगढ़ इंडियन एक्सप्रेस के पूर्व रेसिडेंट एडिटर व वरिष्ठ पत्रकार विपिन पब्बी, दैनिक ट्रिब्यून चंडीगढ़ के न्यूज़ एडिटर हरेश वशिष्ठ ने इस विषय पर अपने अनुभव सांझा किया। इसके साथ ही डेली पोस्ट के एडिटर अजय भारद्वाज और विश्व संवाद समिति से राजकुमार मक्कड़, सुनील दत्त, विवेक अत्री, अशोक कंवल, नरेंद्र वशिष्ठ, नरेंद्र पांडेय, दीपक वशिष्ठ, रेवती रमन उपस्थित रहे।
फेक न्यूज़ पर बोलते हुए विपिन पब्बी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक और सोशल मीडिया के आने से फेक न्यूज़ का ट्रेंड बढ़ गया है। बिना फैक्ट्स को वेरीफाई किए सबसे पहले खबर दिखाने की होड़ में पत्रकार अपनी साख को भूलते जा रहे हैं। एक पत्रकार को कभी भी खबर पेश करते हुए अपने निजी हित बीच में नहीं लाने चाहिए और निष्पक्षता बनाए रखनी चाहिए।
फेक न्यूज़ व फेक नैरेटिव को देश के लिए एक बहुत बड़ा खतरा बताते हुए दिल्ली दूरदर्शन के मुख्य एंकर एवं संपादक अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि फेक न्यूज़ के कारण देश में कई लोगों की जान तक जा चुकी है। सबसे दुःखद बात यह है कि बड़े ओहदे पर बैठे पत्रकार भी फेक न्यूज़ लिखने या फैलाने से पहले एक बार भी नहीं सोचते कि इसका क्या असर होगा। इसके लिए पत्रकार खुद जिम्मेदार हैं कि वे अपने कर्तव्य को एहमियत दें न कि टीआरपी या पैसे के चक्कर में आकर बिना जांच करे खबरों को फैलाएं।