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स्वतंत्र पत्रकारिता जीवंत लोकतंत्र की पहचान है – फूलचंद मानव

पत्रकारिता पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का सम्पन्न

चण्डीगढ़ / जीरकपुर

13 अगस्त 2021

दिव्या आज़ाद

भारत सरकार, शिक्षा मंत्रालय, केंद्रीय हिंदी निदेशालय और साहित्य संगम ट्राईसिटी जीरकपुर द्वारा पत्रकारिता पर आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार  सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर  सभा को संबोधित करते हुए अध्यक्ष फूलचंद मानव ने कहा कि स्वतंत्र पत्रकारिता जीवंत लोकतंत्र का आवश्यक अंग है। पत्रकार एक पुल के रूप में भी कार्य करता है जब वह जनता की आवाज को सरकार के कानों तक पहुँचा कर उनकी समस्याओं के समाधान के लिए सत्ता को मजबूर करता है। अपना आलेख प्रस्तुत करते हुए डॉक्टर केशव देव ने मनोरंजक उद्धरणों के माध्यम से पत्रकारिता में भाषा की भूमिका के महत्व को रेखांकित किया।
उपाध्यक्ष टेक चंद अत्री ने अपने आलेख पाठ में कहा कि राष्ट्रीय हित की चिंता पत्रकारिता का प्राण तत्व होना चाहिए। पत्रकार को अपने दिल में राष्ट्र को रखकर क़लम पकड़नी चाहिए। पत्रकार बीडी भल्ला ने अपने दीर्घ जीवन के पत्रकारिता के अनुभव साझा किए। समापन अवसर पर एक कवि गोष्ठी का भी आयोजन किया गया जिसमें  सिलिगुड़ी से सुश्री वन्दना गुप्ता, वाराणसी से  नीलम सिंह, स्थानीय कवि सुरेंद्र सिंगला, पंकज पाण्डेय, राजेन्द्र बंसल, आशा शर्मा ने अपनी कविताओं से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मिलित आरोग्य भारती की सुश्री मनिंदर कौर ने समाज की स्वास्थ्य समस्याओं को लेकर अपने विचार रखे ।उन्होंने कहा कि स्वस्थ रहना प्रत्येक व्यक्ति की अपनी ज़िम्मेदारी होनी चाहिए जिससे हमारी चिकित्सा व्यवस्था पर कम से कम भार पड़े । इस अवसर पर सभी सहभागियों को औषधीय पौधों का उपहार भी दिया गया।


सहायक निदेशक शैलेश बडालिया ने केंद्रीय हिंदी निदेशालय की ओर से सेमिनार के सहभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए और इस  कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सभी श्रोताओं और वक्ताओं के प्रति आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम का जीवंत संचालन प्रवीण सुधाकर ने किया।