चंडीगढ़
6 दिसंबर 2022
दिव्या आज़ाद
चण्डीगढ़ में बीते साल में साइबर अपराधों में भारी वृद्धि दर्ज की गई है। इस चुनौती से निपटने के लिए चण्डीगढ़ युवा दल ने डीजीपी प्रवीर रंजन को एक पत्र लिख कर शहर के प्रत्येक थाने में साइबर क्राइम हेल्प डेस्क को दुरुस्त करने की मांग की हैं।
दल के प्रधान विनायक बंगिया व संयोजक सुनील यादव ने बताया कि शहर में साइबर अपराध के बढ़ते मामले चिंताजनक है जांच में ढिलाई से धोखाधड़ी की घटनाएं बढ़ रही हैं, पुलिस संसाधनों की कमी से जूझ रही है तकनीक के आने से जीवन आसान हो गया है, लेकिन खतरे भी बढ़ गए हैं। ऑनलाइन फ्रॉड के रूप में थोड़ी सी लापरवाही से भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है। ठगी के नए तरीके अपनाए जा रहे हैं। पढ़े-लिखे लोग भी साइबर अपराधियों के चंगुल में आसानी से फंस जाते हैं। प्रशिक्षित पुलिस कर्मियों के अभाव में अभी ऐसे मामलों में विशेष कार्रवाई नहीं हो पाती है। इसके लिए साइबर फोरेंसिक यूनिट और साइबर ट्रेनिंग अकादमी का भी होना जरूरी है। ताकि साइबर अपराध से जुड़े मामलों का अनुसंधान बेहतर और तेज गति से हो सके।
उन्होंने कहा कि शहर में साइबर क्राइम व सोशल मीडिया से संबंधित यूनिटों की संख्या और बढ़ाया जाए और थाना प्रभारियों को सोशल मीडिया, साइबर कानून और अन्य मामलों की विशेष जानकारी देने की भी व्यवस्था की जाए। मुख्य यूनिटों में फोरेंसिक कंसल्टेंट को रखकर साइबर अपराध से जुड़े मामले सुलझाए जाएं। साइबर अपराध पर नियंत्रण पाने के लिए पुलिस के माध्यम से आमजनों का भी प्रशिक्षित करने के लिए मुहिम जल्द शुरू की जाए।