मुंबई
18 मार्च 2020
दिव्या आज़ाद

मंगलवार को कोरोनावायरस से संक्रमित 63 साल के बुजुर्ग की मुंबई में मौत हो गई। 1 मार्च को पुणे के पति-पत्नी और उनका बेटा दुबई से मुंबई लौटे थे। जाँच करने के बाद में उन तीनों को संक्रमित पाया गया था। बुजुर्ग की पत्नी और बेटा अभी भी कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती हैं। उनके पड़ोसियों का आरोप है कि बुजुर्ग की रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद लोगों ने उनको व उनके परिवार के साथ भेदभाव शुरू कर दिया था।

एक अख़बार के मुताबिक मृतक बुजुर्ग सेंट्रल मुंबई की हाउसिंग सोसायटी में पिछले 20 वर्षों से रह रहे थे। वे 13 मार्च को कोरोना पॉजिटिव पाए गये थे। उनके पड़ोसियों के अनुसार मृतक व उनके पूरे परिवार को अपने ही रिश्तेदारों, सोसायटी के लोगों व सालों से जानने वाले लोगों की आलोचना का शिकार होना पड़ा। लोग उन्हें वायरस फैलाने के लिए कोस रहे थे। एक दिन तो उन्हें अपनी ही मौत का मैसेज मिला जिससे उनके परिवार को काफ़ी सदमा लगा। अफवाह के कारण व्यक्ति की बेटी और पोती को स्कूल और मोहल्ले में भेदभाव का सामना करना पड़ रहा है।

इतना ही नहीं लोगों ने तो इस सोसायटी में रहने वाले लोगों को भी अछूत मानना शुरू कर दिया है। सोसायटी के बाहर से गुजरने वाले कुछ बाइकर्स सोसायटी के आसपास तेज आवाज में कोरोना चिल्लाते हैं और फिर भाग जाते हैं। इस सोसायटी में रहने वाले एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत अफसरों से भी की लेकिन कोई कार्यवाही नहीं की गयी है।

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