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चंडीगढ़ नगर निगम चुनाव विशेष: किस्से जो नहीं हुए प्रकाशित 2

चंडीगढ़ के कितने मेयर?

चंडीगढ़ नगर निगम के चुनाव तो हो गए लेकिन मेयर पद के लिए अभी तक कोई नाम का फैंसला नहीं हो सका है। किसी भी पार्टी को बहुमत न मिलने के कारण इस बार मेयर पद के लिए घमासान हो रहा है। एक राष्ट्रीय पार्टी ने तो खुद को बहुमत दिलाने के लिए दूसरी पार्टी के लोगों को पैसे तक ऑफर करने शुरू कर दिए लेकिन फिर भी बात नहीं बनी।

मसला यहां आकर फस गया है कि हर कोई ही मेयर बनने की ख्वाहिश रख रहा है। अब क्योंकि इस बार मेयर कोई महिला होगी इसलिए पार्टी के वरिष्ठ सदस्य यह मांग करने लगे हैं कि उनकी पत्नी को ही मेयर पद मिले।

अब राष्ट्रीय पार्टी ने तो अपने खिलाफ रहने वाली पार्टी के सदस्यों से भी सेटिंग कर ली है। कुछ तो खुलेआम अपनी पार्टी छोड़ इस राष्ट्रीय पार्टी से आ जुड़े हैं लेकिन कुछ अब भी इस बात पर अड़े हैं कि मुझे ही मेयर बनाया जाए। अब अगर दूसरी पार्टी से आने वाले सदस्यों को मेयर बना देते हैं तो अपनी खुद की पार्टी में बगावत करने वाले भी बैठे हैं जो खुली धमकी दे रहे हैं कि अपनी पत्नी सहित और सदस्यों को साथ लेकर बगावत कर देंगे। एक तो पहले से ही इस राष्ट्रीय पार्टी को बहुमत नहीं मिल रही है और ऊपर से मेयर के इतने दावेदार आ गए हैं। राष्ट्रीय पार्टी की तो मुसीबतें बढ़ती जा रही हैं, अब वो चंडीगढ़ के एक से ज़्यादा मेयर भी नहीं बना सकते न ही किसी को नाराज़ कर सकते हैं।

जब राघव चड्ढा कार से दौड़कर भागे


नगर निगम चुनाव में आप ने बड़ी जीत दर्ज करते हुए सबसे ज्यादा सीट हासिल की, लेकिन अभी मेयर की कुर्सी मिलना बाकी है। नगर निगम हाउस में जिसकी सबसे अधिक वोट होंगी उसका मेयर बनेगा। भाजपा को आप से दो सीट कम मिली हैं। ऐसे में आरोप होर्स ट्रेडिंग के लगने लगे हैं। इसका आंखों देखा हाल सेक्टर-39 आप कार्यालय के बाहर देखने को मिला। आप नेता राघव चड्ढा जीत की प्रेस कान्फ्रेंस कर दो विजयी कैंडीडेट को अपनी गाड़ी में बैठाकर निकले रहे थे। कार्यालय के गेट पर उन्हें वार्ड-23 की विजेता प्रेमलता मिली वह उन्हें दूसरी गाड़ी में आने की कहकर निकल दिए।

चड्ढा अभी 100 मीटर दूर भी नहीं गए थे कि पीछे से एक आप कार्यकर्ता दौड़ते हुए आया और राघव को बोला कि प्रेमलता को दूसरी पार्टी वाले ले जाने की कोशिश कर रहे हैं। यह सुनते ही राघव ने कार्यकर्ता से पूछा पक्का ऐसा है उसके हां करते ही राघव अपनी कार छोड़ पैदल ही वापस कार्यलय की तरफ दौड़ने लगे। उन्होंने प्रेमलता को देखते ही साथ खड़ी अपने काफिले की दूसरी गाड़ी में बैठने के लिए कहा। बोले प्रेमलता आप मेरी गाड़ी में बैठिए। इस प्रेमलता ने कहा कि वह दूसरी गाड़ी में आ रही हैं। राघव चड्ढा ने उनकी नहीं मानी और कहा कि आप बैठिए। इस पर भी प्रेमलता नानुकर करती रही उन्होंने यहां तक कहा कि वह प्रोमिस करती हैं दूसरी गाड़ी में पहुंच रही हैं। राघव चड्ढा उन्हें बिठाकर ले गए। उनके जाने के बाद चर्चा का माहौल गर्म हो गया।