चंडीगढ़

31 जनवरी 2019

दिव्या आज़ाद

भारतीय जनता पार्टी चण्डीगढ़ के किसान मोर्चा द्वारा आज एक पत्रकार वार्ता का आयोजन पार्टी कार्यलय में किया गया जिसमें किसान मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव सुखविन्द्र सिंह ग्रेवाल, चण्डीगढ़ के प्रदेशाध्यक्ष संजय टंडन, किसान मोर्चा चण्डीगढ़ के अध्यक्ष बलविन्द्र शर्मा, हरियाणा के किसान मोर्चा अध्यक्ष समय सिंह पाटी और पंजाब के मोर्चा अध्यक्ष विक्रम सिंह चीमा और चण्डीगढ़ के भाजपा मीडिया इंचार्ज रविन्द्र पठानिया शामिल थे।

पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए मोर्चा के राष्ट्रीय सचिव सुखमिन्द्र सिंह ग्रेवाल ने कहा कि किसान मोर्चा द्वारा 23 और 24 फरवरी, 2019 को गोरखपुर में राष्ट्रीय अधिवेशन करवाया जा रहा है जिसमें पंजाब, हरियाणा और चण्डीगढ़ से लगभग 1200 से भी अधिक मोर्चा के कार्यकर्ता इसमें भाग लेंगे। इस अधिवेशन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का मार्ग दर्शन प्राप्त होगा। राष्ट्रीय अधिवेशन की विस्तृत जानकारी जन-जन तक पहुंचाने के लिए 14 फरवरी को देश के हर प्रदेश मुख्यालय और प्रत्येक जिला मुख्यालय में एक साथ प्रेसवार्ता आयोजित की जायेगी। उन्होंने केन्द्र में मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए किये गए कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार ने किसानों के हितों को देखते हुए कई योजनाओं को शुरू किया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र की भाजपा सरकार ने वर्ष 2022 तक किसानों की आये दौगुना करने के लिए अपना लक्ष्य रखा है। उन्हें पूरी आशा है कि देश का किसान आगामी लोकसभा चुनाव में भाजपा को अधिक से अधिक सीटें देकर विजयी बनायेगा।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा किसानों के लिए बजट का 52 प्रतिशत हिस्सा आवंटित करने वाले कदम को कृषि और किसान के प्रति समर्पित भाव को दर्शाने वाला बताया। देश में आजादी के बाद पहली बार खेत-खलिहान, किसानों को समृद्धि और सबल बनाने वाली तमाम योजनाओं को मजबूती और गति मिली है। वर्तमान सरकार ने मनरेगा को कृषि से जोडऩे के लिए जल-सरंक्षण, सभी किसानों को गौपालन व गौशाला बनाने के लिए प्रोत्साहन राशि देने की व्यवस्था, भेड़-पालन जैसी योजनायें शुरू की है, जो किसानों की समृद्धि के लिए बनाई गई है।

ग्रेवाल ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार हमारी भाजपा सरकार ने गोबर के खाद पर सब्सिडी शुरू की है। किसानों, कामगारों को आयुष्मान भारत जैसी योजना के द्वारा 10 करोड़ परिवार को 5 लाख रूपये तक का चिकित्सा बीमा दिया जा रहा है। दीनदयाल उपाध्याय योजना के तहत किसानों को सिंचाई के लिए अलग से बिजली की व्यवस्था की जा रही है।
ग्रेवाल ने कहा कि बम्बू (बांस) मिशन के तहत भारत सरकार ने बजट में 16 सौ करोड़ रूपये आवंटित किए हैं, साथ ही बांस को पेड़ की श्रेणी से हटाकर घास की श्रेणी में लाने का काम किया है, जिससे किसानों को बहुत लाभ हुआ है। पराली एवं गन्ना के वेस्ट से एथेनॉल और बंजर भूमि में उगने वाली रत्नज्योति और करंज से बायोफ्यूल डीजन बनाने की प्रक्रिया सरकार ने आरंभ की है। किसानों को मशीनों पर भारी सब्सिडी दी जा रही है और इसे जीएसटी मुक्त किया गया है।

सुखमिन्द्र ग्रेवाल ने कहा कि आजादी के बाद पहली बार एक कृषि अनुसंधान की जगह-जगह नए अनुसंधान केन्द्र और 2 नए शोध संस्थान के साथ एक समन्वय केन्द्र खोले गए हैं। किसानों के हितार्थ पशुधन में 10 नये पशु चिकित्सालय-महाविद्यालय खोले गए हैं। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य है 2022 तक हर किसान को खुशहाल बनाना, इसको लेकर हमारे किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह मस्त का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार के लगातार बेहतर कार्य करने का परिणाम हर गाँव और खेत-खलिहान तक पहुंच रहा है।

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