Site icon WorldWisdomNews

गाय की सेवा करने से सनातन धर्म की रक्षा भी होती है : गोपाल मणि जी महाराज

जीरकपुर

12 नवंबर 2022

दिव्या आज़ाद

गोपाल गोलोक धाम गौशाला, कैम्बवाला, चण्डीगढ़ के संचालक गौ गंगा कृपाकांक्षी पूज्य गोपाल मणि जी महाराज, जो भारतीय गौ क्रांति मंच के संस्थापक  हैं, के सानिध्य में चल रही गौ कथा में कथा व्यास गौ-गंगा कृपाकांक्षी गोपालमणि महाराज ने गौ महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गाय की सेवा करने से पुण्य प्राप्त कर भगवान के दर्शन होते हैं और सनातन धर्म की रक्षा भी होती है। उन्होंने कहा कि गाय के दूध के सेवन से बुद्धि व बल में वृद्धि होती है। कथा व्यास ने कहा कि वृतासुर राक्षस का वध करने के लिए दधीचि की हड्डियों में भी बल गाय के दूध का सेवन करने से ही आया था, क्योंकि पौराणिक काल में गुरुकुल में गौ-सेवा करना अनिवार्य होता था। कथा व्यास ने कहा कि सभी को गाय पाल कर पुण्य कमाना चाहिए और जो लोग नहीं पाल सकते, उन्हें गाय लेकर दूसरों को पालने के लिए दे देनी चाहिए। गाय के दूध, मूत्र और गोबर से रोजगार के भी अनेक साधन उपलब्ध होते हैं जिससे गो सेवकों की आर्थिक स्थिति भी सुदृढ़ हो जाती है इत्यादि गो कथा की महिमा का गुणगान किया इस अवसर पर आचार्य सीता शरण महाराज जी गो माता के भजनों द्वारा गौभक्तों को गौमाता की महिमा का गुणगान किया कथा उपरान्त आरती कर प्रसाद वितरित किया गया  कथा में  जीरकपुर निवासियों सहित ट्राइसिटी की विभिन्न कीर्तन मंडली और हरियाणा ,पंजाब ,के गौभक्त उपस्थित रहे।गोपाल गोलोक धाम गौशाला, कैम्बवाला, चण्डीगढ़ के प्रवक्ता गिरवर शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि जीरकपुर की वीआईपी रोड़ पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पास स्थित हाई स्ट्रीट मार्किट में धेनु मानस गौकथा का आयोजन 15 नवम्बर तक रोजाना दोपहर एक बजे से पांच बजे तक हो रहा है।