चंडीगढ़
27 अक्टूबर 2017
दिव्या आज़ाद
प्रेम दत्त  शर्मा महासचिव नियुक्तमिशन मोदी पीएम अगेन २०१९ के लिए पंजाब यूनिट की घोषणा कर दी हे . पंजाब यूनिट के हाल ही में नियुक्त प्रधान महेश मरिया  व् प्रभारी अलंकार नागी ने केंद्र की मंजूरी से पदाधकारिओं की घोषणा की .
पंजाब के एक बड़े भाजपा नेता पूर्व ओडिसा राज्यपाल एवं अमृतसर गुरदासपुर से रहे संसद स्व. वीर यज्ञदत शर्मा के पुत्र प्रेम दत्त शर्मा को संगठन का महासचिव नियुक्त किआ गया है . यज्ञदत्त शर्मा भाजपा के सस्थापको में शामिल थे .
जबकि पंजाब भाजपा के पूर्व संगठन मंत्री जगमोहन कौड़ा को उप प्रधान बनाया गया है .
संगठन की नियुक्तियां
प्रधान
महेश मरिया      (फगवाड़ा )
उप प्रधान
जगमोहन कोड़ा   ( जीरा )
अर्जुन पंडित       ( अमृतसर )
रवि गुप्ता           ( पठानकोट )
महासचिव
प्रेम दत्त शर्मा      ( तखतगढ़ )
विवेक जी            ( लुधिअना )
नीरज कुमार        ( पटिआला)
सचिव
कुलदीप शर्मा     ( कपूरथला )
कार्यालय सचिव
शशि भनोट          (जीरकपुर )
वित् सचिव
लाल बहादुर         ( राजपुरा )
                                                     उद्देश्य
भारत के आध्यात्मिक दर्शन ने इस देश को न केवल उदात्त जीवन दिया बल्कि इसे परमवैभव पर भी पहुंचाया था । भारतीय संस्कृति विश्व को परिवार मानती है और विश्व के कल्याण की कामना करती है जो एक श्रेष्ठ संस्कृति का परिचायक है। भारत प्राचीन काल से ही आध्यात्मिक गुरु के रूप में विश्व का मार्गदर्शक रहा है। भारतीय ग्रंथो ने विश्व को ज्ञान और विज्ञान की शिक्षा दी है। भारत की शौर्य गाथा तथा धन-सम्पदा भी विश्व में अतुलनीय रही है। इतना समृद्ध, शक्तिशाली एवं संपन्न होने के बावजूद भारत आज विश्व के प्रथम पायदान से तीसरे- चौथे स्थान पर क्यों आ गया ?
इसका सबसे बड़ा कारण हमारे धार्मिक व राजनैतिक मार्गदर्शक हैं, जिन्होंने समाज में ऊंच-नीच, भेद-भाव, जाति-धर्म का बंटवारा किया है। राजनीतिज्ञों ने अपने फायदे के लिए देशहित के विरुद्ध कार्य किये जो एक अवधि के बाद पतन का कारण बना और भारत को गुलामी की जंजीरो में बंधना पड़ा।
लाखों लोगो की कुर्बानी और संघर्ष के बाद एक बार फिर से देश की बागडोर अपने हाथों में आई परन्तु दुर्भाग्य वश उन कारणों का सुधार नहीं किया गया जिसके कारण हम गुलामी की जंजीरो में बंधे थे। बल्कि यदि देखें तो उस खाई को राजनीतिज्ञों ने अपने फायदे के लिए और गहरा करने का कार्य किया। सत्ता लोलुपता ने देश को उस स्थान पर लाकर खड़ा कर दिया था। बेरोजगारी, महगाई, भ्रष्टाचार, व्याभिचार, गुंडाराज इत्यादि जैसे असामाजिक अशुभ से देश दिन-प्रतिदिन पतन की ओर जा रहा था । इसी बीच अचानक नरेंद्र मोदी का राजनीति के क्षितिज पर देश की एक नई उम्मीद के रूप में उदय हुआ। देश के लोगों ने उनके नेतृत्व पर विश्वास किया और नरेंद्र मोदी को 2014 में देश का प्रधानमंत्री चुन कर बड़ी उम्मीदों से सत्ता उनके हाथों में सौंप दी।
नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनाने के बाद से देश में राष्ट्रीय व अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बड़े बदलाव हुए हैं । देश निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। विश्व में देश का गौरव बढ़ा है, योग अंतराष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जा रहा है। मुस्लिम मुल्क में हिन्दू मंदिर बनाने के लिए स्थान मिलना, कुटनीतिक स्तर पर पाकिस्तान को अलग-थलग करना, आतंकवादी गतिविधियों के विरुद्ध विश्व का एकसुर होना इत्यादि बड़े उदहारण हैं जो स्पष्ट करते हैं कि देश बदल रहा है |
भारत पुनः अपने गौरव को पा सके और फिर से विश्व गुरु बने –इसके लिए देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत, सनातन विचार को मानने वाला, सदभावना में विश्वास रखने वाला, समाज में समानता का संतुलन बनाने वाला, कर्मठ, समर्पित और अनुभवी व्यक्ति के हाथो में ही देश की बागडोर होनी चाहिए। ये समस्त गुण वर्तमान प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी में विद्यमान हैं। इसलिए हम 2019 में पुनः देश की बागडोर प्रधानमंत्री चुनकर नरेंद्र मोदी के हाथो में सौंपना चाहते हैं ताकि सपनों का भारत हकीकत में बन सके।

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