कितना आसान है बोल देना कि आपने हमारे लिए किया ही क्या
जिनको नसीब नहीं उनसे तोल के तो देखो
खुद कमाने पर जो तकलीफ हो रही है बोल के तो देखो
शौंक पूरे करने के लिए अलग से जो मेहनत करनी पड़ती है
बाप से मांगते हुए तो न दिखाई देती थी
हर चीज़ बिन मांगे मिल जाया करती थी
तब तो आवाज़ तुम्हारी न सुनाई देती थी
अपने शौंक मार कर जिसने हर इच्छा पूरी की तुम्हारी.. उसको तुमने बड़ी आसानी से बोल दिया ना… आखिर बाप ने तुम्हारे लिए किया ही क्या है! -दिव्या आज़ाद

2 COMMENTS

  1. wow diyva जी क्या बात है।पिता होने के नाते आप जैसी बेटी फक्र महसूस होता है।जिसने उतनी अच्छी lines लिखी है हर पिता के लिए।आप सच मैं एक अच्छी और गुणवान् बेटी हो।
    जियो हजारों साल।

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