चंडीगढ़

29 अक्टूबर 2017

दिव्या आज़ाद
अभिनय रंग मंच हिसार का अनूठा अभियान जे.एस.एल थिएटर ऑन बाइक्स का काफ़िला आज चंडीगढ़ पहुंचा | अभिनय रंग मंच हरियाणा के सबसे सक्रिय नाट्य दल में से एक है और लगातार रंगमंच और कला के क्षेत्र में कार्य करता रहता है | पिछले वर्ष अभिनय रंग मंच ने हरियाणा के सबसे बड़े 21 दिवसीय रंग आँगन नाट्य उत्सव का आयोजन भी हिसार में किया था जिसमे हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल खट्टर ने भी शिरकत की थी | इस बार ये दल प्रधानमंत्री की योजना बेटी बचाओ बेटी पढाओ का सन्देश लेकर 6500 किलोमीटर का सफ़र कर भारत के 6 राज्यों के 20 शहरों और अनेक गाँवों में यात्रा कर रहा है | रंगमंच , पुतुल कला, गायन और जादू कला लेकर यह दल गाँव गाँव शहर शहर में बेटी बचाओ बेटी पढाओ का सन्देश दे रहा है | रंगमंच में इस तरह का प्रयोग विश्व में पहली बार हो रहा है | अभिनय रंग मंच के इस अभियान को जे.एस.एल की दीपिका जिंदल जी और राजीव विलियम्स का सहयोग प्राप्त है |  इसी कड़ी में अभिनय रंग मंच पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज चंडीगढ़ के सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपना नाटक थिएटरवाला लेकर पहुचे | नाटक में एक कलाकार के जीवन में आने वाली परेशानियों को दिखाया गया | इस नाटक में दिखाया गया कि किस तरह से कलाकार अपने सपने को जीने के लिए ताने झेलता है और बार बार उसे कला क्षेत्र छोड़ने  और नौकरी ढूंढने के लिये कहा जाता है | इस नाटक में अभिनेता दर्शकों से पूछता है कि क्या नाटक करना इतना बुरा है जो उनके इस काम को समाज में काम नहीं समझा जाता | ये नाटक महिला कलाकारों के जीवन की परेशानियों पर प्रकाश डालता है कि पुरुष कलाकार तो किसी तरह इन कठिनाइयों को झेल लेते हैं लेकिन प्रतिभाशाली होते हुए भी महिलाओं को घर पर बैठना पड़ता है | यदि उन्हें नाटक करने से ना रोका जाये तो वो भी मनु भंडारी ,सुरेख सीकरी, उत्तर बवकर , सरोजनी नायडू, लता मंगेशकर, अमृता प्रीतम, महादेवी वर्मा में से एक बन सकती है | नाटक में अभिनेता एक ऐसे समाज की भी कल्पना करता है जिसमे किसी को नाटक करने से, नाचने से, गाने से, चित्रकला करने से ना रोका जाये | इस नाटक का लेखन और निर्देशन संगीत नाटक अकादमी द्वारा राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित मनीष जोशी द्वारा किया गया है | नाटक में मनीष जोशी, राजेश कुमार, कबीर दहिया, समुंदर, अलोक दत और तेजेंदर ने अभिनय किया | नाटक का संगीत और प्रकाश व्यवस्था राजेश कुमार ने किया | इस नाटक में पियूष मिश्रा, बलजिंदर संधू, पाश की कविताओं का भी उपयोग किया गया | अभिनय रंग मंच इस अभियान को लेकर दिल्ली, गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल, कुरुक्षेत्र, अम्बाला में सफ़र कर चूका है और कई गांवों और शहरों और स्कूलों में मपेट शो, जादू, गायन और नाटक का मंचन कर चूका है | अभिनय रंग मंच के इस अभियान को लोगों ने बहुत सराहा है और खूब प्यार दिया है | इस अभियान को रंगमंच की दुनिया में एक क्रांति के रूप में भी देखा जा सकता है | अभिनय रंग मंच आगे इस अभियान को लेकर उत्तराखंड और हिमाचल के गांवों और शहरों में सफ़र करेगा | इस अभियान के तहत अभिनय रंग मंच उन प्रतिभाशाली महिलाओं को भी सम्मानित कर रहा है जो गांवों में हैं और जिन्हें आगे बढ़ने का मौका नहीं मिल पाया | ताकि उनमे एक आत्मविश्वास आये और वो कला के क्षेत्र में आगे बढ़ सकें | अभिनय रंग मंच का प्रयास है कि ये कला गाँवों में ज्यादा से ज्यादा पहुंचाई जाये ताकि इसके जरिये एक महत्वपूर्ण सन्देश ग्रामीणों और बच्चों तक पहुंचा सकें ताकि बच्चों का सर्वांगीण विकास हो सके | नाटक के मंचन दौरान पंजाब इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्र छात्राएं, प्रोफेसर, उपस्थित रहे |

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