डॉ. दिगंबर बेहरा ने नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज के बने प्रेसिडेंट

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चंडीगढ़

23 नवंबर 2024

दिव्या आज़ाद

पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में प्रोफेसर एमेरिटस और उसी संस्थान के पूर्व डीन तथा वर्तमान में फोर्टिस अस्पताल, मोहाली, पंजाब में पल्मोनरी मेडिसिन और क्रिटिकल केयर मेडिसिन के डायरेक्टर डॉ. दिगंबर बेहरा ने 3 वर्षों की अवधि के लिए नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज (एनएएमएस) के प्रेसिडेंट का पदभार संभाला है। उन्होंने एम्स, जोधपुर में आयोजित एक दीक्षांत समारोह में आउटगोइंग प्रेसिडेंट डॉ. एस के सरीन से कार्यभार संभाला। समारोह में भारत के उपराष्ट्रपति मुख्य अतिथि थे।

नेशनल एकेडमी ऑफ मेडिकल साइंसेज की स्थापना 1961 में राज्य सरकार, यूनिवर्सिटीज और प्रोफेशनल बॉडीज से परामर्श के बाद सेंट्रल कॉउंसिल ऑफ हेल्थ की बैठक में अपनाए गए प्रस्ताव के अनुसरण में की गई थी। यह भारत के प्रख्यात मेडिकल और बायोमेडिकल साइंटिस्ट्स की सर्वोच्च शैक्षणिक संस्था है।

पीजीआई के पूर्व प्रेसिडेंटस में डॉ. पी एन चुटानी, डॉ. बी के शर्मा, डॉ. एन के गांगुली और डॉ. के के तलवार शामिल हैं। डॉ. बेहेरा पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित हैं और उनके 602 वैज्ञानिक प्रकाशन, पल्मोनरी मेडिसिन पर दो पाठ्य पुस्तकें, 5 पुस्तकें, कई पुस्तक अध्याय, 35 से अधिक राष्ट्रीय पुरस्कार और 9 अंतर्राष्ट्रीय पुरस्कार हैं। इनमें से कुछ में प्रख्यात चिकित्सा शिक्षक के लिए डॉ बी सी रॉय पुरस्कार, 4 आईसीएमआर पुरस्कार, विभिन्न व्याख्यान आदि शामिल हैं।

उन्हें संघ द्वारा सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए कैरेल-स्टाइलो अवॉर्ड दिया गया। डॉ. बेहेरा ट्राइसिटी चेस्ट फोरम, नेशनल कॉलेज ऑफ चेस्ट फिजिशियन, इंडियन चेस्ट सोसाइटी के प्रेसिडेंट रह चुके हैं और वर्तमान में इंडियन सोसाइटी फॉर स्टडी ऑफ लंग कैंसर और इंडियन कॉलेज ऑफ अस्थमा, एलर्जी एंड एप्लाइड इम्यूनोलॉजी के प्रेसिडेंट भी हैं। वे 5 साल की अवधि के लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ट्यूबरक्यूलोसिस एंड लंग्स डिसीज़ज के डायरेक्टर, एम्स, रायबरेली के ओएसडी और वर्तमान में भारत के राष्ट्रीय टीबी एलिमिनेशन प्रोग्राम के लिए टास्क फोर्स के एडवाइजर थे।

डॉ. बेहेरा ने कहा कि उन्हें इस पद पर आसीन होने पर गर्व है, जिस पर पहले देश की दिग्गज चिकित्सा हस्तियाँ और पीजीआई के कुछ प्रतिष्ठित पूर्व निदेशक रह चुके हैं। वह अकादमी की परंपराओं को बनाए रखने की कोशिश करेंगे और यह सुनिश्चित करने के लिए काम करेंगे कि एनएएमएस देश में चिकित्सा शिक्षा, अनुसंधान और स्वास्थ्य सेवा वितरण में और अधिक योगदान दे।

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