चण्डीगढ़
6 जनवरी 2025
दिव्या आज़ाद
शहर में भाजपा प्रधान के बदले जाने की चर्चाएं गर्म हैं। ऐसे में कई नाम सामने आ रहे हैं जो इस पद के दावेदार हैं। इनमें प्रदीप शर्मा, सतिंदर सिंह, रविकांत शर्मा, देवेश मोदगिल, हरीश गर्ग व कैलाश जैन के नाम चल रहे हैं।
विश्वस्त सूत्रों के मुताबिक संजय टंडन रविकांत शर्मा के लिए पैरवी कर रहें हैं तो सत्यपाल जैन देवेश मोदगिल के लिए। अयोध्या में श्री राम मंदिर के स्थापना दिवस पर इस वर्ष पूरे जनवरी में शहर में सफलतापूर्वक अनेक समारोह आयोजित करने वाले प्रदीप शर्मा को आरएसएस का सहारा है तो फायर ब्रांड व बेबाक हिंदूवादी एवं राष्ट्रवादी स. सतिंदर सिंह के लिए आरएसएस के साथ साथ संजय टंडन भी हैं। उधर पूर्व प्रधान अरुण सूद भी अपने मजबूत जमीनी जनसंपर्क के कारण अपनी लोकप्रियता के बूते पर अपने लिए लॉबिंग कर रहे हैं।
कहीं सहमति न होने पर संजय टंडन हरीश गर्ग व सत्यपाल जैन कैलाश जैन को आगे कर सकते हैं। पार्टी सूत्रों के मुताबिक इस बार अध्यक्ष पद के लिए राज्यसभा सांसद सतनाम सिंह संधू अपनी अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल करेंगे क्योंकि इस समय पार्टी में उनकी मजबूत पकड़ है। वे मोदी-शाह के दुलारे हैं, ये बात पिछले दिनों देश के सबसे बड़े इन दोनों राजनेताओं के पेक के दौरे के दौरान एवं बाद में प्रशासक की सलाहकार समिति में शामिल नामों की लिस्ट पढ़ कर ही साबित हो जाता है। सतनाम संधू, अरुण सूद व सत्यपाल जैन के अंदरूनी गठजोड़ के कारण तेजिंदर सरां की लॉटरी लग सकती है।
वैसे मौजूदा अध्यक्ष जितेंद्र मल्होत्रा भी रेस में बने हुए हैं। हालांकि मेयर चुनाव व लोकसभा चुनाव में भाजपा की हार के कारण उनके नंबर कट गए थे, परंतु अभी पार्टी के संगठन पर्व में रिकॉर्ड संख्या में नए सदस्य जोड़ने की सफल कवायद से पार्टी में उनके नंबर बने हैं।
नाम तो डॉ. धीरेंद्र तायल व शक्ति प्रकाश देवशाली के भी चल रहे थे, परंतु पार्टी ने डॉ. धीरेंद्र तायल को संगठन पर्व के अंतर्गत प्रदेश निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया हुआ है, जबकि शक्ति प्रकाश देवशाली को भी चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की गवर्निंग बॉडी का सदस्य बना दिए जाने के कारण उनके चांस खत्म हो गए हैं, ऐसा पार्टी सूत्रों का कहना हैं।
फिलहाल किसी महिला नेता का नाम चर्चा में नहीं हैं। चण्डीगढ़ भाजपा के इतिहास में आज तक महिला अध्यक्ष के तौर पर सिर्फ कमला शर्मा ही चुनी गई थीं।
अध्यक्ष पद के लिए एक और युवा नेता का नाम भी चर्चा में है, जोकि शहर के सभी बड़े नेताओं के साथ पूरे समन्वय के साथ काम कर चुका है। उनके नाम पर किसी को आपत्ति भी नहीं है।
चण्डीगढ़ भाजपा के संगठन में होने वाला है अमूल चूल परिवर्तन पार्टी के मंडल प्रधानों की आयु सीमा 30 से 45 वर्ष तथा जिला प्रधानों की आयु सीमा 45 से 60 वर्ष तय की गई
भाजपा के संगठनात्मक ढांचे में राष्ट्रीय स्तर पर बदलाव होने वाला है। इसी के साथ चण्डीगढ़ में भी पार्टी का चेहरा मोहरा बदल जाएगा। इस समय देश भर में भाजपा का संगठन पर्व चल रहा है, जोकि हर 6 वर्ष के अंतराल पर आता है। भाजपा के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बीएल संतोष ने इसके लिए नए नियम व दिशा निर्देश जारी किए हुए हैं, जिसके तहत पार्टी के मंडल प्रधानों की आयु सीमा 30 से 45 वर्ष तथा जिला प्रधानों की आयु सीमा 45 से 60 वर्ष तय कर दी गई है। इसमें किसी भी तरह की छूट की गुंजाइश नहीं रखी गई है।
प्रत्येक मंडल व जिला प्रधानों का पार्टी का सक्रिय सदस्य होने के साथ साथ उनके द्वारा 50-50 सक्रिय सदस्य भी बनाए गए होना जरूरी होगा। सूत्रों के मुताबिक पार्टी के 614 बूथ अध्यक्षों का चुनाव चल रहा है। इसके बाद ये बूथ अध्यक्ष मंडल अध्यक्ष चुनेंगे व मंडल अध्यक्ष फिर आगे जिला प्रधानों का चयन करेंगे। अंत में सभी जिला अध्यक्ष स्टेट अध्यक्ष चुनेंगे।
पार्टी के चण्डीगढ़ में कुल 35 मंडल हैं व 6 जिले हैं। इनमें से 5 जिलों के अंतर्गत 6 6 मंडल आते हैं जबकि एक जिले में 5 मंडल आते हैं।
ये सारी प्रक्रिया 15 जनवरी तक पूरी होने की संभावना है।