चण्डीगढ़

30 अक्टूबर 2019

दिव्या आज़ाद

लगभग दो माह हो गए शहर के तीसरे शमशान घाट “मोक्ष धाम-मुक्ति द्वार” को चालू हुए परन्तु आम जनता में इसके प्रति जानकारी एवं जागरूकता का अभाव होने के कारण लोग यहां शवों को दाह संस्कार के लिए नहीं ला रहे जिस वजह से इस शमशान घाट का संचालन करने वाली संस्था त्रिकालदर्शी सेवा दल के पदाधिकारी परेशान हैं। संस्था के प्रधान दीनदयाल त्रिपाठी व शमशान घाट के प्रबंधक विमल कुमार झा ने उक्त जानकारी देते हुए बताया कि बीती 2 सितम्बर को चण्डीगढ़ के प्रशासक के सलाहकार मनोज परीदा व नगर निगम आयुक्त केके यादव व एरिया पार्षद शक्ति प्रकाश देवशाली आदि ने इंडस्ट्रियल एरिया, फेज-1 में रेलवे स्टेशन रोड पर स्थित इस शमशान घाट के जीर्णोद्धार के बाद इसका शुभारम्भ करके जनता को समर्पित किया था परन्तु अभी तक यहां केवल 10 शव ही दाह संस्कार के लिए लाए गए हैं जिससे इस शमशान घाट की व्यवस्था करने एवं रखरखाव करने में दिक्कत हो रही है।

उन्होंने जानकारी दी कि इस शमशान घाट के संचालन हेतु चण्डीगढ़ नगर निगम द्वारा अखबार में विज्ञापन देकर सामाजिक संस्थाओं से आवेदन मांगे गए थे जिस पर उन्होंने भी आवेदन भर दिया और उन्हें इसके संचालन का जिम्मा भी मिल गया। उन्होंने बताया कि यहां उन्होंने 5 कर्मचारी भर्ती किये जिनमें दाह संस्कार करने वाले आचार्य व सफाईकर्मी आदि शामिल हैं। इनके वेतन, लकड़ी व अन्य मदों पर कुल मिलकर लगभग 60-70 हज़ार रु. मासिक व्यय हो रहा है जबकि आय का माध्यम केवल शवों के दाह संस्कार के लिए निर्धारित राशि ही है। कम शव आने की वजह से खर्चे की भरपाई नहीं हो पा रही व संस्था को अभी तक लगभग एक लाख रुपये का घाटा हो चुका है जोकि चिंता का विषय है। हालाँकि इस “मोक्ष धाम-मुक्ति द्वार” के चालू हो जाने से आसपास की हज़ारों की आबादी को निकट ही दाह संस्कार की सुविधा मिल रही है परन्तु जानकारी व जागरूकता के अभाव के चलते लोग इधर आ नहीं रहे। दीनदयाल त्रिपाठी व विमल कुमार झा ने बताया कि यहां शव के दाह संस्कार के साथ-साथ शवयात्रा के साथ आये परिजनों व अन्य लोगों के लिए पर्याप्त सुविधाएँ उपलब्ध हैं। इसके अलावा पार्किंग के लिए भी खुली जगह है व मृत्यु प्रमाणपत्र भी मौके पर ही जारी करने का भी प्रावधान है। यहां दाह संस्कार हेतु कुल 26 घाट मौजूद हैं। इन सबके अतिरिक्त शमशान घाट परिसर में एक प्राचीन शिव मंदिर भी है जिसकी बड़ी मान्यता है व सुबह शाम शिव प्रतिमा की विधिवत पूजा-अर्चना की जाती है।

उन्होंने नगर प्रशासन व नगर निगम अधिकारियों से मांग की है कि जिस प्रकार शहर के सरकारी स्कूलों में समीपवर्ती सेक्टरों के बच्चों को दाखिला दिया जाता है, ठीक उसी प्रकार से शहर के तीनों शमशान घाटों के लिए  भी दाह संस्कार हेतु क्षेत्र निर्धारित कर दिए जाएँ ताकि सरकार द्वारा करोड़ों रुपये खर्च करके जनता को प्रदान की गयी सुविधा का सुचारु ढंग से संचालन हो सके। वे जल्द ही इस मांग को लेकर अधिकारियों से मुलाक़ात करेंगे।

इससे पहले दीनदयाल त्रिपाठी स्थानीय सांसद किरण खेर से मिलकर उनसे सांसद निधि कोष से शवयात्रा वाहन मुहैया करने की भी गुजारिश कर चुकें हैं। उन्होंने समाजसेवियों से भी यहां बढ़चढ़ कर सेवा करने की अपील की है। पंचकूला के एक समाजसेवी विजय अग्रवाल ने यहां शव पूजन घाट पर शेड डलवा कर सराहनीय कार्य किया है। त्रिपाठी व झा ने बताया कि यहां दाह संस्कार के लिए संपर्क नं. 88722 09894  / 94643 95716 है।

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